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Waqf Board: सिरमौर में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, वक्फ बोर्ड समाप्त करने की मांग

Waqf Board: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में शनिवार को हिंदू संगठनों ने एक बड़ा प्रदर्शन किया, जिसमें कई महत्वपूर्ण मांगें की गईं। यह विवाद शुरू हुआ था संजौली मस्जिद से, और अब यह सिरमौर तक पहुंच गया है। प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य अवैध मस्जिदों और अवैध घुसपैठ को रोकना है, साथ ही वक्फ बोर्ड को समाप्त करने की मांग भी उठाई जा रही है।

प्रदर्शन की पृष्ठभूमि

हिंदू संघर्ष समिति द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने अवैध घुसपैठ को रोकने और बाहर से आने वाले लोगों की पहचान और सत्यापन करने की मांग की। इसके साथ ही, उन्होंने पुलिस और प्रशासन से अवैध मस्जिदों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की अपील की।

हिंदू संगठनों का कहना है कि पूरे हिमाचल प्रदेश में मस्जिदों की माप और सत्यापन किया जाना चाहिए, और अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाना चाहिए। इसके अलावा, सिरमौर जिले में अवैध घुसपैठियों के सामाजिक बहिष्कार की योजना बनाई गई है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि बिना सत्यापन के बाहरी लोगों को दुकाने नहीं दी जाएंगी और उनसे कोई सामान नहीं खरीदा जाएगा।

संजौली मस्जिद से शुरू हुआ विवाद

यह विवाद संजौली मस्जिद से शुरू हुआ, जब 31 अगस्त को मेहली, शिमला में दो समूहों के बीच झड़प हो गई। इसके परिणामस्वरूप 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। 11 सितंबर को हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस लाठीचार्ज के विरोध में पूरे हिमाचल प्रदेश में प्रदर्शन शुरू हो गए।

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सिरमौर में मस्जिदों की स्थिति

सिरमौर जिले में अवैध मस्जिदों के खिलाफ हिंदू संगठनों का यह प्रदर्शन कोई नई बात नहीं है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में हिमाचल प्रदेश में 393 मस्जिदें थीं, जो अब बढ़कर 520 हो गई हैं। सिरमौर में इन मस्जिदों की संख्या 130 है, और हिंदू संगठन लगातार यह दावा कर रहे हैं कि इनमें से अधिकांश अवैध हैं।

Waqf Board: सिरमौर में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, वक्फ बोर्ड समाप्त करने की मांग

जनसंख्या वृद्धि और इसके प्रभाव

हिमाचल प्रदेश की तेजी से बदलती जनसंख्या भी इस आंदोलन का एक बड़ा कारण मानी जा रही है। 1971 की जनगणना में हिमाचल प्रदेश की कुल जनसंख्या 34,60,434 थी, जो 2011 में 68,64,602 हो गई। इस दौरान हिंदू जनसंख्या में 96.50 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि मुस्लिम जनसंख्या में 197.81 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

जिलेवार जनसंख्या वृद्धि

हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों में मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धि हिंदू जनसंख्या की वृद्धि से अधिक रही है। उदाहरण के लिए:

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  • मंडी में, हिंदू जनसंख्या का वृद्धि दर 94% था, जबकि मुस्लिम जनसंख्या का वृद्धि दर 202.04% था।
  • चंबा में, हिंदू जनसंख्या का वृद्धि दर 102% था, जबकि मुस्लिम जनसंख्या का वृद्धि दर 128.44% था।
  • सिरमौर में, हिंदू जनसंख्या का वृद्धि दर 110% था, जबकि मुस्लिम जनसंख्या का वृद्धि दर 203.67% था।

आगे की रणनीतियाँ

हाल के घटनाक्रमों ने हिमाचल प्रदेश में स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना दिया है। हिंदू संगठनों ने अवैध मस्जिदों के खिलाफ धरने और प्रदर्शन जारी रखे हैं। इसके अलावा, वे सरकार से और भी बड़ी मांगें कर रहे हैं।

हिंदू संगठनों के नेताओं का कहना है कि यदि सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है, तो वे भविष्य में एक बड़ा आंदोलन करने की योजना बना रहे हैं। इस स्थिति ने साफ संकेत दिया है कि यह मुद्दा अब सिर्फ सिरमौर या संजौली तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश में फैल चुका है।

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